बायोमेडिकल इंजीनियरिंग
मेडिकल फील्ड में शोध कार्यों को लेकर चिकित्सा संबंधी कार्यों के लिए विभिन्न उपकरणों की आवश्यकता होती है।
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Career ki Jankari |
ऐसे ही कार्यों की वजह से बायोमेडिकल इंजीनियरिंग का क्षेत्र विकसित हुआ है ताकि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को बेहतर समाधान किया जा सके इस फील्ड से संबंधित प्रोफेशनल BIOMEDICAL ENGINEER कहलाते हैं।
बायोमेडिकल का क्षेत्र
व्यक्तिगत गुण
विद्यार्थी को इंजीनियरिंग और बायोलोजी दोनों में समान रुप से दिलचस्पी होना चाहिए। चिकित्सा क्षेत्र में हो रहे बदलावों और जरूरतों के प्रति भी आपको सजग रहना होगा।
अवसर कहाँ कहाँ
सेहत के क्षेत्र में तेज़ी से हो रहे विस्तार और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के मद्देनजर बायोमेडिकल इंजीनियरों के लिए अवसरों की कमी नहीं है।फार्मास्युटिकल्स कंपनियों, मेडिकल इंस्ट्रूमेंट्स मेकर्स, मेडिसिन मैन्युफैक्चरिंग आदि में ऐसे प्रोफेशनल्स की नियुक्तियां होती रहती हैं। इसके अतिरिक्त अस्पतालों, नर्सिंग होम, रिसर्च लैब आदि जगहों पर भी आपको मौके मिल सकते हैं।
कोर्स के बारे में
BIOMEDICAL ENGINEER बनने के लिए अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज उपलब्ध है। साइंस विषय में 12वीं पास विद्यार्थी अंडर ग्रेजुएट स्तर पर दाखिला ले सकते हैं। जेईई और अन्य एंट्रेंस टेस्ट के माध्यम से अंडर ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन लिया जा सकता है। बायो मेडिकल इंजीनियर बनने के लिए 12वीं के अंकों को भी महत्व दिया जाता है। बी.ई. या बीटेक के छात्र भी बायो मेडिकल इंजीनियर के लिए पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स कर सकते हैं।
कुछ प्रमुख संस्थान
*. कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी अन्ना यूनिवर्सिटी चेन्नईwww.annauniv.edu
*. इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी BHU वाराणसी www.itbhu.ac.in
*. बायोमेडिकल इंस्ट्रूमेंटेशन सेंटर उस्मानिया यूनिवर्सिटी हैदराबाद www.osmaniauniversity.in
*. इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मुंबई www.iitb.ac.in
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