ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर
ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर में कैरियर वही छात्र बना सकता है जिसमें सेवाभाव करने का जज्बा हो और जिसके मन में स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियों को जड़ से निकालने का सपना हो,


साथ ही साथ शहरों से दूर ग्रामीण इलाकों में रहने में उसे कोई परेशानी ना होती हो। यदि आपने यह सभी खूबियां हैं तो आप इस फील्ड को अपने कैरियर के रूप में चुन सकते हैं


ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर का क्या काम होता है
एक ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर को सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं का निदान  करने के साथ-साथ इलाज करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है यदि किसी ग्रामीण क्षेत्र में आपातकालीन स्थिति पैदा होती है तो वहां शुरुआती इलाज उपलब्ध कराना और आगे के इलाज के लिए गंभीर रुप से बीमार या घायल मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाना भी ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर का मुख्य काम होता है ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर का काम मामूली बीमारियों का इलाज, बुजुर्ग गर्भवती महिलाओं और बच्चों की देखभाल, परिवार नियोजन सेवाओं, स्वच्छता के लिए जागरूकता फैलाना, संक्रामक रोगों की स्क्रीनिंग, स्वास्थ्य शिक्षा गतिविधियों का प्रदर्शन, आंकड़े इखट्टे करना, रिकॉर्ड बनाए रखना और स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने पर क्षेत्रीय लोगों को अस्पतालों तक पहुंचाना भी ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर का काम होता है

ग्रामीण हेल्थ केयर के कोर्स क्या क्या है
ग्रामीण हेल्थ केयर में कोर्स की बात करें तो यदि आप रूरल हेल्थ केयर में 1 और 2 वर्ष का डिप्लोमा कर लेते हैं तो आप इस क्षेत्र में एक्सपर्ट बन सकते हैं और इस क्षेत्र से जुड़े हर एक कार्य को प्रेक्टिकली जान और समझ सकते हैं कोर्स के दौरान  छात्रों को ग्रामीण इलाकों में आपातकालीन स्थिति या किसी भी तरह की आपदा की स्थिति में किस तरह समुचित मेडिकल सुविधाओं का प्रबंध कराया जाए यह सिखाते हैं और सेवा कैसे की जाती है, इसकी भी सीख दी जाती है कैसे ग्रामीण इलाकों में जागरुकता का संदेश लोगों तक पहुंचाना है, यह भी सिखाया जाता है और साथ में किसी भी परेशानी के समय गर्भवती महिलाओं और बच्चों की देखभाल कैसे की जाए, इसकी भी ट्रेनिंग छात्रों को भली-भांति दी जाती है

ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर को कार्य करने के अवसर कहां प्राप्त होते हैं
 जो कोई भी छात्र रूरल हेल्थ केयर में डिप्लोमा कर लेते हैं तो डिप्लोमा करने के बाद आपको कर्मचारी स्वास्थ्य विभाग परिवार नियोजन मंत्रालय पर्यावरण विभाग सरकारी और गैरसरकारी एनजीओ में नौकरी के अवसर प्राप्त होते हैं साथ ही साथ प्राइवेट ऑर्गनाइजेशन की सीएसआर डिपार्टमेंट में भी नौकरी के अवसर प्राप्त हो सकते हैं

ग्रामीण हेल्थ केयर वर्कर की वेतन कितनी होती है
बतौर कर्मचारी शुरुआत में आपको 10 से ₹15000 तक मिल सकते हैंलेकिन अनुभव के आधार पर जब आपको प्रमोशन मिलता है तो आप सुपरवाइजर और डेवलपमेंट ऑफिसर भी बन जाते हैं, जिससे आपकी वेतन में भी इजाफा होता है इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में आप खुद का क्लीनिक भी शुरू कर सकते हैं या किसी प्राइवेट क्लीनिक में अभी आप उचित वेतन पाकर अपना कार्य शुरू कर सकते हैं