कॉमेंटेटर कैसे बनें
खेल के मैदान पर होने वाली सभी घटनाओं का आंखों देखा हाल सुनाना ही कमेंट्री कहलाती है। एक कमेंट्रेटर केवल खेल का वर्णन ही नहीं करता बल्कि वह आंखों देखा हाल भी बताता है।
कमेंट्री दर्शकों अथवा श्रोताओं को रोमांचित तो करता ही है साथ ही लोगों में स्पोर्ट्स के लिए जुनून भी पैदा करता है। कमेंट्री कॉमेंटेटर दर्शकों और श्रोताओं के बीच एक अद्भुत मेल स्थापित करता है जिसमें कमेंटेटर उन्हें जो आंखों देखा हाल सुनाता है।उससे सुनने वाले को यही लगता है कि वह कोई लाइव मैच देख रहा हो आइए हम आगे जानते हैं स्पोर्ट्स कॉमेंट्री में कैरियर की क्या क्या संभावनाएं हैं।
कमेंट्री के कई क्षेत्र
कमेंट्री के कई क्षेत्र हैं ज्यादातर जब कमेंट्री का जिक्र होता है तो हमारे दिमाग में क्रिकेट का ही नाम आता है। लेकिन क्रिकेट के साथ-साथ अन्य खेलों में भी कमेंट्री की एक अहम भूमिका है फुटबॉल लीग हॉकी लीग IPL रग्बी टेबल टेनिस गोल्फ आदि में कमेंट्री की जाती है।
कैसे बने कॉमेंटेटर
कॉमेंटेटर दो प्रकार के होते हैं TV कमेंटेटर और रेडियो कमेंटेटर अगर आप स्पोर्ट्स के बारे में अच्छी जानकारी रखते हैं और आपकी पकड़ अंग्रेजी और अन्य भाषाओं में अच्छी है और साथ ही किसी घटना को रोचक ढंग से प्रस्तुत करने की क्षमता है आपने तो आप कमेंटेटर में अपना कैरियर संवार सकते हैं इसके लिए आपको उस खेल के बारे में ऐसा वर्णन करना होता है जिससे कि लोग ज्यादा से ज्यादा रोमांचित हो।Read this : मैकेनिकल इंजीनीयरिंग के बारे मे जाने
TV कॉमेंटेटर
TV कॉमेंटेटर बनने के लिए कई स्पोर्ट्स चैनल नियमित रूप से एक कॉन्टेस्ट का आयोजन करते हैं। जो कैरियर की शुरुआत के लिए बहुतमहत्वपूर्ण होता है इसके अलावा बेहतर प्रोफेशनल बनने के लिए स्पोर्ट्स जनरल जर्नलिज्म मैं कैरियर बना सकते हैं। जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन जोकि मुंबई में है। यह कॉलेज ब्रॉडकास्टिंग एनाउंसर इत्यादि में शार्ट डिग्री कराती हैं।
रेडियो कॉमेंटेटर
एक रेडियो कॉमेंटेटर बनने के लिए आपको ऑल इंडिया रेडियो कमेंट्री की परीक्षा उत्तीर्ण करनी होगी। इसके लिए आपको ऑल इंडिया रेडियो मैं अप्लाई करना होगा जहां संबंधित खेल के खिलाड़ियों का एक पैनल घरेलू मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए आपके परफॉर्मेंस को जज करता है। इसमें सफल होने के बाद आपको ट्रेनिंग के लिए नियुक्त किया जाता है। शुरुआत में आपको घरेलू श्रंखलाओं मैं कमेंट्री का मौका दिया जाता है।जिसमें सफल होने के बाद आप इंटरनेशनल मैचों में कमेंट्री करने के योग्य हो जाते हैं।
कॉमेंटेटर के गुण
भाषा में निरंतर प्रवाह वाणी में खेल के साथ साथ उतार चढ़ाव एक अच्छी कमेंटेटर के गुण हैं। आंखों देखा हाल का सही और स्पष्ट उच्चारण प्रस्तुत करना और रोचकता उत्पन्न करना एक अच्छे कमेंटेटर के गुण हैं। स्पोर्ट्स का ज्ञान रिकॉर्ड को याद करना घटनाओं को एक दूसरे के साथ जोड़ने का कौशल जैसे तमाम गुण सफल कमेंटेटर के होते हैं। इसके साथ ही वर्क प्रेशर को अच्छी तरह समझना और निभाना भी एक कमेंटेटर के महत्वपूर्ण गुण हैं।
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